हिंदी कविता
कवि की रचना तथ्यपरक हो फूंके वो जन जन में प्राण...
Thursday, November 28, 2013
माँ सरस्वती हरिगीतिका
शुचिशुभ्रवसनाशारदा वीणाकरेवागीश्वरी .
कमलासिनीहंसाधिरूढ़ा बुद्धिदाज्ञानेश्वरी .
अमृतकलशकरअक्षसूत्रं पुस्तकंप्रतिशोभितं .
शरणागतंशुभसत्त्वरूपं वेदमातावंदितं ..
रचनाकार : इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव
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अम्बर
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दूरभाष: 09415047020, 05862244440
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